उद्यम और इंडिया और भारत एक साथ (IABT) ने मिलकर मार्गशाला नाम का एक कार्यक्रम है जो उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के 18 से 25 वर्ष की आयु के लोगों के लिए छह महीने का परिवर्तनकारी नेतृत्व कार्यक्रम है।
मार्गशाला का उद्देश्य जो युवा करने की इच्छा रखते हैं और जो कार्य वे अंततः करते हैं की खाई को पाटना है। कार्यक्रम का लक्ष्य युवाओं को अपने कैरियर के बारे में नि:शुल्क और सूचित निर्णय लेने में सक्षम बनाना है। निर्णय लेने के बाद रोजगार, उद्यमिता या शिक्षा के प्रति सकारात्मक कार्रवाई होगी।
20 प्रेरित युवाओं के लिए मार्गशाला की पहली कार्यशाला 20 फरवरी, 2020 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थानीय सहयोगी गूंज की सहायता से सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम के पहले चरण में जिले भर में 250 युवाओं के लिए कैरियर खोजने पर कार्यशाला आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इन युवाओं में से 25 को एक आवासीय छः सप्ताह के लंबे कार्यक्रम के लिए उनकी प्रेरणाओं और आकांक्षाओं के आधार पर चुना जाएगा, जहां उनको निम्नलिखित चार क्षेत्रों के पेशेवरों द्वारा पर्रामर्श, प्रशिक्षण और फील्ड विजिट और बातचीत करने का मौक़ा मिलेगा:
- स्वरोजगार या उद्यमिता
- निजी क्षेत्र में रोजगार
- सरकारी क्षेत्र में रोजगार
- उच्च शिक्षा और जीवन भर की शिक्षा
फरवरी की कार्यशाला को विकास कुमार ने लिया जो एक अनुभवात्मक शिक्षक होने के साथ ही ओएलएनडी के संस्थापक और एक 2020 नरोपा फेलो हैं।